
सुबह जब सो कर उठता हूं तो दिल दिमाग सबसे पवित्रतम मोड में होता है, लगता है जैसे पुनर्जन्म हुआ है, लगता है जैसे फिर एक शिशु ने आंख खोली है… वह ऐसा वक्त होता है जब संगीत बेहद करीब होता है… उसी वक्त कल और आज गाने को रिकार्ड किया…
शरीर के भीतर तरन्नुम की तरावट गायन में उछल उछल कर दिख रही है.. सीटी बजाने से लेकर गाने की लाइनों में धुनों को अपने हिसाब से उछालने तक में प्रकट हो रही है. 🙂
Smule एप से ये दो गाने रिकार्ड किया. लीजिए भाइयों और बहनों, मेरा गाना झेलिए.. फ़ुल भड़ासी स्टाइल में गायन का लुत्फ लेवें 🙂 दोनों रिकार्डिंग सुनने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें.
इयर फोन लगा के सुनिएगा…
यशवंत भाई, बस थोडा सा सुर के अउर साधे के जरुरत हवअ भाई, ओकरा बाद एकदम धाकड़ सिंगर बा जाये के चांस होतो…..प्रैक्टिस आ साँस लेवे के स्टेमिना के कारण सुर थोडा उप्पर निच्चे होईत हो 😉